शनिवार, 3 अगस्त 2024

share market indicators || stock market Indicater

 इंडिकेटर क्या है


नमस्कार दोस्तों स्वागत है हमारे ब्लॉक में आज हम बात करने वाले हैं कि इंडिकेटर क्या है


इंडिकेटर एक टूल है जो शेयर मार्केट में निवेशकों को ट्रेंड और मूवमेंट के बारे में संकेत देता है। यह दिशा निर्धारित करने वाले चीज है जिस प्रकार बाइक में इंडिकेटर का क्या काम होता है जय हनुमान पर आधारित चीज होती है कि शेर इस तरफ जा सकता है इसकी प्रभावित को भी दर्शाता है इंडिकेटर यह निवेशकों को यह बताने में मदद करता है कि वे किस समय खरीदना और बेचना चाहिए। इंडिकेटर विभिन्न पैम्प्स और लाइन्स के रूप में आता है और निवेशकों को विभिन्न विश्लेषण करने में मदद करता है।


क्या इंडिकेटर लगाना सही है


इंडिकेटर लगाना एक अच्छा तरीका है शेयर मार्केट के बारे में जानकारी हासिल करने का। यह निवेशकों को ट्रेंड्स को समझने में मदद करता है और उन्हें बेहतर निवेश के फैसले लेने में सहायक होता है। इंडिकेटर का उपयोग करने से निवेशकों को अधिक विश्वसनीयता और आत्मविश्वास मिलता है।



शेयर मार्केट में इंडिकेटर का क्या महत्व है


शेयर मार्केट में इंडिकेटर का महत्व बहुत अधिक है। यह निवेशकों को ट्रेंड्स को समझने में मदद करता है और उन्हें बेहतर निवेश के फैसले लेने में सहायक होता है। इंडिकेटर का उपयोग करने से निवेशकों को अधिक विश्वसनीयता और आत्मविश्वास मिलता है।


शेयर मार्केट में इंडिकेटर उपयोग करके प्रॉफिट कमा सकते हैं


शेयर मार्केट में इंडिकेटर का उपयोग करके निवेशक प्रॉफिट कमा सकते हैं। इंडिकेटर निवेशकों को ट्रेंड्स को समझने में मदद करता है और उन्हें बेहतर निवेश के फैसले लेने में सहायक होता है। इससे निवेशकों को अधिक विश्वसनीयता और आत्मविश्वास मिलता है और वे अधिक प्रॉफिट कमा सकते हैं।


Overall, इंडिकेटर क्या है, क्या इंडिकेटर लगाना सही है, शेयर मार्केट में इंडिकेटर का क्या महत्व है, और कैसे इंडिकेटर उपयोग करके प्रॉफिट कमा सकते हैं। इंडिकेटर निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण टूल है जो उन्हें बेहतर निवेश के फैसले लेने में मदद करता है। इसका उपयोग करके निवेशक प्रॉफिट कमा सकते हैं और अपने निवेश को सुरक्षित बना सकते हैं।


इंडिकेटर क्या है, क्या इंडिकेटर लगाना सही है, शेयर मार्केट में इंडिकेटर का क्या महत्व है, और कैसे इंडिकेटर उपयोग करके प्रॉफिट कमा सकते हैं।

रिलेटिव-स्ट्रैंथ-इंडिकेटर-डायवर्सन-क्या-है

 रिलेटिव-स्ट्रैंथ-इंडिकेटर-डायवर्सन-क्या-है


आपका स्वागत है हमारे ब्लॉक में आज हम बात करने वाले हैं रिलेटिव स्ट्रैंथ इंडिकेटर डायवर्सन क्या होता है

रिलेटिव स्ट्रैंथ इंडिकेटर डायवर्सन क्या है? इस ब्लॉग पोस्ट में हम बुलिश और बियरिश डायवर्सन के बारे में विस्तार से जानेंगे।




 1: रिलेटिव स्ट्रैंथ इंडिकेटर का महत्व

रिलेटिव स्ट्रैंथ इंडिकेटर (RSI) एक महत्वपूर्ण टेक्निकल इंडिकेटर है जो ट्रेंड की स्थिरता और मूल्य की गति को मापता है। यह ट्रेडर्स को बाजार में निवेश करने के लिए मदद करता है। रिलेटिव स्ट्रैंथ इंडिकेटर की मदद से हमें यह पता चलता है कि जो है ट्रेंड की स्ट्रेंथ किश  और है 


 2: बुलिश डायवर्सन क्या है

बुलिश डायवर्सन का मतलब है कि मूल्य की गिरावट के बावजूद RSI में एक उच्चतम निशान है। मतलब की RSI है   जो है 70 से ऊपर है यह एक संकेत हो सकता है कि बाजार में उल्टा फेर होने वाला है।


 3: बियरिश डायवर्सन क्या है

बियरिश डायवर्सन का मतलब है कि मूल्य की उछाल के बावजूद RSI में एक निम्नतम निशान है। मतलब RSI 30 से नीचे hai यह एक संकेत हो सकता है कि बाजार में गिरावट की संभावना है।


 4: बुलिश डायवर्सन के उदाहरण

एक उदाहरण के रूप में, एक स्टॉक का मूल्य गिर रहा है लेकिन RSI में एक उच्चतम निशान है। जो की 70 से ऊपर है यह एक बुलिश डायवर्सन का संकेत हो सकता है। मतलब कि हमें यह पता चलता है कि share के अंदर जो selling थी वह खत्म होने वाली है मतलब अभी खरीदारी का टाइम आने वाला है


 5: बियरिश डायवर्सन के उदाहरण

एक उदाहरण के रूप में, एक स्टॉक का मूल्य बढ़ रहा है लेकिन RSI में एक निम्नतम निशान है। जो है वह 30 से नीचे हैं यह एक बियरिश डायवर्सन का संकेत हो सकता है। share का प्राइस जो है काफी upeer ja चुका है अब यहां से शायद yha se RSI हमें बता रहा है कि यहां से सेलिंग आने की संभावना है


 6: बुलिश और बियरिश डायवर्सन का उपयोग

बुलिश और बियरिश डायवर्सन के संकेतों का सही रूप से उपयोग करने से ट्रेडर्स बाजार में सही समय पर निवेश कर सकते हैं और अच्छे लाभ कमा सकते हैं।

इससे हमें buyer or seller की स्ट्रेंथ का पता चलता है कि वायर सेलर आखिर क्या करना चाहते हैं


 7: रिलेटिव स्ट्रैंथ इंडिकेटर के साथ डायवर्सन का महत्व

रिलेटिव स्ट्रैंथ इंडिकेटर के साथ डायवर्सन का महत्वपूर्ण भूमिका है जो ट्रेडर्स को बाजार की स्थिति को समझने में मदद करता है।


 8: निवेश करने से पहले ध्यान देने योग्य बातें

बुलिश और बियरिश डायवर्सन के संकेतों का सही रूप से विश्लेषण करने के बाद ही निवेश करना चाहिए। इससे नुकसान से बचा जा सकता है।

 समापन

रिलेटिव स्ट्रैंथ इंडिकेटर डायवर्सन क्या है? इस ब्लॉग पोस्ट में हमने बुलिश और बियरिश डायवर्सन के बारे में विस्तार से जाना। यह ट्रेडर्स के लिए एक महत्वपूर्ण टूल है जो उन्हें बाजार में सही निवेश करने में मदद कर सकता है।


रिलेटिव स्ट्रैंथ इंडिकेटर डायवर्सन क्या है? इस ब्लॉग पोस्ट में हम बुलिश और बियरिश डायवर्सन के बारे में विस्तार से जानेंगे। रिलेटिव स्ट्रैंथ इंडिकेटर (RSI) एक महत्वपूर्ण टेक्निकल इंडिकेटर है जो ट्रेंड की स्थिरता और मूल्य की गति को मापता है। यह ट्रेडर्स को बाजार में निवेश करने के लिए मदद करता है। बुलिश डायवर्सन का मतलब है कि मूल्य की गिरावट के बावजूद RSI में एक उच्चतम निशान है। यह एक संकेत हो सकता है कि बाजार में उल्टा फेर होने वाला है। बियरिश डायवर्सन का मतलब है कि मूल्य की उछाल के बावजूद RSI में एक निम्नतम निशान है। यह एक संकेत हो सकता है कि बाजार में गिरावट की संभावना है। बुलिश और बियरिश डायवर्सन के संकेतों का सही रूप से उपयोग करने से ट्रेडर्स बाजार में सही समय पर निवेश कर सकते हैं और अच्छे लाभ कमा सकते हैं। रिलेटिव स्ट्रैंथ इंडिकेटर के साथ डायवर्सन का महत्वपूर्ण भूमिका है जो ट्रेडर्स को बाजार की स्थिति को समझने में मदद करता है। बुलिश और बियरिश डायवर्सन के संकेतों का सही रूप से विश्लेषण करने के बाद ही निवेश करना चाहिए। इससे नुकसान से बचा जा सकता है। रिलेटिव स्ट्रैंथ इंडिकेटर डायवर्सन क्या है? इस ब्लॉग पोस्ट में हमने बुलिश और बियरिश डायवर्सन के बारे में विस्तार से जाना। यह ट्रेडर्स के लिए एक महत्वपूर्ण टूल है जो उन्हें बाजार में सही निवेश करने में मदद कर सकता है।

Suzlon energy stock price target,2024,2026,2028 कहां तक जा सकता है share का प्राइस ? ||suzlon share price target tomorrow

 Suzlon energy stock price target,2024,2026,2028 कहां तक जा सकता है share का प्राइस ?


नमस्कार दोस्तों स्वागत है हमारे ब्लॉक में आज हम बात करने वाले हैं सुजलॉन एनर्जी के बारे में

Suzlon energy stock price target 2024,2026,2028

बीती कुछ साल में कुछ कंपनियां बहुत ही उभरती हुई नजर आई है में से कंपनी है सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड लिमिटेड

जिसने पिछले काफी समय से कंपनी के अंदर काफी विस्तार किया है यह ऊर्जा के क्षेत्र में आने वाली कंपनी है

ऊर्जा के क्षेत्र में भारत सरकार ने काफी कदम उठाए

लेकिन इस लेख के  माध्यम से हम बात करने वाले हैं कि आने वाले सालों में कंपनी के शेयर प्राइस का टारगेट क्या रहने वाला है



Table of contents 

*Suzlon Energy share price target के बारे में*

 *Suzlon Energy की जुन तिमाही*

 *Suzlon Energy दे रही गजब के रिटर्न*

*Suzlon Energy share price target, 2024,2026, 2028*


*Suzlon Energy share price target के बारे में*


सुजलॉन में तुझे पवन चक्की के माध्यम से bijali banti  है यह हमारे देश के अलावा कोई अलग-अलग देश में कार्य करती हो इतनी नजर आती है इनका बिजनेस काफी देश के अंदर फैला हुआ है कंपनी का cole मार्केट कैप 90 हजार करोड़ है अभी कंपनी के शेयर प्राइस जो है ₹70 है कंपनी के शेर की प्राइस का 52 वीक का हाई जो है वह 71 रुपए के लगभग है कंपनी के 52 वीक कi लो जो है वह 17 रुपए के आसपास है पिछले एक-दो सालों में कंपनी में काफी अच्छा रिटर्न दिया है


 *Suzlon Energy की जुन तिमाही*

कंपनी ने काफी अच्छा रिटर्न दिया है सुजलॉन एनर्जी ने वर्ष 2024 की पहली तिमाही के नतीजे घोषित की है

इस तिमाही के अंदर राजस्व जो है वह थोड़ा बहुत घाटा है

और जो कंपनी का शुद्ध मुनाफा है उसके अंदर लगभग 20% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है 

*Suzlon Energy दे रही गजब के रिटर्न*

कंपनी के व्यापार में थोड़ा कुछ दिख रहा है कंपनी में निवेशकों को मालामाल कर दिया है पिछले 1 महीने में लगभग 27% ka रिटर्न दिया है और पिछले तीन महीना में लगभग 60% का रिटर्न दिया है 6 महीना के अंदर कंपनी ने लगभग 40% का रिटर्न निवेशकों को दिया है 1 वर्ष के अंदर निवेशकों को लगभग 250% तक का रिटर्न मिला है और लगभग पिछले 5 वर्ष के अंदर कंपनी ने लगभग 1500 परसेंट का रिटर्न देकर निवेशकों को एकदम से मालामाल कर दिया है


*Suzlon Energy share price target, 2024,2026, 2028*


2024                   75


2026                   95


 2028                 130


ये शेयर प्राइस का टारगेट जो है पिछले वर्षों के रिटर्न के आधार पर आधारित है विश्व में रिटर्न 100% मिलेगा यह ज्यादा मिलेगा हम इस बात की पुष्टि नहीं करते हैं

शेयर बाजार में निवेश करने से पहले एक बार अपने वित्तीय सलाहकार से जानकारी लेना आवश्यक है हमारा द्वारा दी की जानकारी केवल एक शिक्षा पर आधारित जानकारी है

धन्यवाद दोस्तों






rsi indicator formula || intraday indicator

 नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपको हमारे ब्लॉग में आज हम बात करेंगे

रिलेटिव स्ट्रैंथ इंडिकेटर (RSI) क्या है, इसका महत्व और कैसे इसका उपयोग करें। RSI 30 से नीचे हो तो क्या होता है और 70 से ऊपर हो तो क्या होता है, इस ब्लॉग पोस्ट में जानिए।


 रिलेटिव स्ट्रैंथ इंडिकेटर क्या है


रिलेटिव स्ट्रैंथ इंडिकेटर (RSI) एक तकनीकी विश्लेषण का एक महत्वपूर्ण टूल है जो वित्तीय बाजारों में उपयोग किया जाता है। यह एक मात्रा है जो बताती है कि एक निवेशक कितना अधिक या कम खरीदारी या बिक्री कर रहा है। RSI की मदद से निवेशक बाजार के मूवमेंट को समझ सकते हैं और यह उन्हें निवेश के फैसले लेने में मदद करता है।




एक उदाहरण के रूप में, RSI 30 से नीचे होने पर एक स्टॉक oversold माना जाता है, जिसका मतलब है कि इसकी कीमत अधिक से अधिक गिरने की संभावना है और इसे खरीदने का समय हो सकता है। वहीं, RSI 70 से ऊपर होने पर एक स्टॉक overbought माना जाता है, जिसका मतलब है कि इसकी कीमत अधिक से अधिक बढ़ने की संभावना है और इसे बेचने का समय हो सकता है। इस तरह से, RSI निवेशकों को बाजार के संकेतों को समझने में मदद करता है।


 RSI का महत्व


RSI का महत्व इसलिए है क्योंकि यह निवेशकों को बाजार के मूवमेंट को समझने में मदद करता है। यह उन्हें बताता है कि एक स्टॉक की कीमत कितनी अधिक या कम हो गई है और क्या उसका वापसी का समय हो गया है। RSI का उपयोग करके निवेशक अपने निवेश के फैसले को समझ सकते हैं और उन्हें बेहतर निवेश के फैसले लेने में मदद मिलती है।


इसके अलावा, RSI निवेशकों को बाजार के विभिन्न स्थितियों को समझने में मदद करता है। यह उन्हें बताता है कि एक स्टॉक कितना अधिक या कम खरीदारी या बिक्री कर रहा है और क्या उसकी कीमत में उछाल हो सकती है। इस तरह से, RSI निवेशकों को बाजार के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करता है और उन्हें बेहतर निवेश के फैसले लेने में मदद करता है।


RSI 30 से नीचे हो तो क्या होता है


जब RSI 30 से नीचे होता है, तो उसे oversold माना जाता है। इसका मतलब है कि उस स्टॉक की कीमत अधिक से अधिक गिर चुकी है और इसे खरीदने का समय हो सकता है। निवेशकों को इस संकेत के आधार पर निवेश करने का मौका मिल सकता है क्योंकि इसके बाद स्टॉक की कीमत में वापसी की संभावना होती है।


इसके अलावा, RSI 30 से नीचे होने पर निवेशकों को ध्यान देना चाहिए क्योंकि यह एक संकेत हो सकता है कि स्टॉक की कीमत और भी अधिक गिर सकती है। इसलिए, निवेशकों को ध्यान रखना चाहिए कि RSI 30 से नीचे होने पर भी विभिन्न कारणों से स्टॉक की कीमत और भी अधिक गिर सकती है और इसे खरीदने से पहले अच्छे से विचार करना चाहिए।


RSI 70 से ऊपर हो तो क्या होता है




जब RSI 70 से ऊपर होता है, तो उसे overbought माना जाता है। इसका मतलब है कि उस स्टॉक की कीमत अधिक से अधिक बढ़ चुकी है और इसे बेचने का समय हो सकता है। निवेशकों को इस संकेत के आधार पर निवेश करने का मौका मिल सकता है क्योंकि इसके बाद स्टॉक की कीमत में वापसी की संभावना होती है।


इसके अलावा, RSI 70 से ऊपर होने पर निवेशकों को ध्यान देना चाहिए क्योंकि यह एक संकेत हो सकता है कि स्टॉक की कीमत और भी अधिक बढ़ सकती है। इसलिए, निवेशकों को ध्यान रखना चाहिए कि RSI 70 से ऊपर होने पर भी विभिन्न कारणों से स्टॉक की कीमत और भी अधिक बढ़ सकती है और इसे बेचने से पहले अच्छे से विचार करना चाहिए।


RSI का उपयोग


RSI का उपयोग निवेशकों को बाजार के संकेतों को समझने में मदद करता है। यह उन्हें बताता है कि एक स्टॉक की कीमत कितनी अधिक या कम हो गई है और क्या उसका वापसी का समय हो गया है। RSI का उपयोग करके निवेशक अपने निवेश के फैसले को समझ सकते हैं और उन्हें बेहतर निवेश के फैसले लेने में मदद मिलती है।


इसके अलावा, RSI निवेशकों को बाजार के विभिन्न स्थितियों को समझने में मदद करता है। यह उन्हें बताता है कि एक स्टॉक कितना अधिक या कम खरीदारी या बिक्री कर रहा है और क्या उसकी कीमत में उछाल हो सकती है। इस तरह से, RSI निवेशकों को बाजार के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करता है और उन्हें बेहतर निवेश के फैसले लेने में मदद करता है।


RSI के फायदे


RSI के उपयोग से निवेशकों को कई फायदे मिलते हैं। यह उन्हें बाजार के संकेतों को समझने में मदद करता है और उन्हें बेहतर निवेश के फैसले लेने में मदद करता है। RSI का उपयोग करके निवेशक अपने निवेश के फैसले को समझ सकते हैं और उन्हें बेहतर निवेश के फैसले लेने में मदद मिलती है।


इसके अलावा, RSI निवेशकों को बाजार के विभिन्न स्थितियों को समझने में मदद करता है। यह उन्हें बताता है कि एक स्टॉक कितना अधिक या कम खरीदारी या बिक्री कर रहा है और क्या उसकी कीमत में उछाल हो सकती है। इस तरह से, RSI निवेशकों को बाजार के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करता है और उन्हें बेहतर निवेश के फैसले लेने में मदद करता है।


 RSI के नुकसान


जैसे कि हर तकनीकी टूल के साथ, RSI के भी कुछ नुकसान हैं। एक नुकसान यह है कि RSI केवल एक हिस्सा है और इसे अकेले में उपयोग करना समझदारी नहीं है। निवेशकों को RSI को अन्य तकनीकी टूलों के साथ मिलाकर उपयोग करना चाहिए ताकि वे सही निवेश के फैसले ले सकें।


All Index expiry day || Bank Nifty expiry day

 Hello Namshkar Dosto apka swagat hai Humare 

Blog m Aaj hum baat karge All index expiry day kab kab hai.

All index expiry day 



More details check Www.thesharebazar.com

TuesdayFinNifty

WednesdayBankNifty weekly
ThursdayNifty Weekly 
Friday SENSEX 
Yeah hai All index expiry Day.
Toh dosto aapko pta chle gya hoga ki All index expiry day kab kab hai.
Yha expiry ka Matlab hai humne koi option call yha put buy ker rkha hai weekly rup se wph kab expiry hone wali hai.yeah ik contract hota hai .
Dhanywaad Dosto