RSI इंडिकेटर क्या है? इसका उपयोग कैसे करें?
RSI (Relative Strength Index) एक तकनीकी विश्लेषण का उपकरण है, जिसका उपयोग शेयर, क्रिप्टोकरेंसी, या अन्य वित्तीय परिसंपत्तियों में मूल्य की गति और उसके अधिक खरीदे (overbought) या अधिक बेचे (oversold) स्तरों को मापने के लिए किया जाता है।
RSI क्या है?
- RSI एक ऑस्सिलेटर है, जो 0 से 100 के बीच की वैल्यू प्रदर्शित करता है।
- इसे मूल रूप से J. Welles Wilder ने 1978 में विकसित किया था।
- RSI की गणना पिछले समय की कीमतों में लाभ और हानि के अनुपात के आधार पर की जाती है।
- डिफ़ॉल्ट सेटिंग में, 14 पीरियड का उपयोग किया जाता है।
RSI का उपयोग कैसे करें?
ओवरबॉट (Overbought) और ओवर्सोल्ड (Oversold) लेवल्स:
- 70 से ऊपर: जब RSI 70 से ऊपर होता है, तो इसे ओवरबॉट माना जाता है, जिसका मतलब है कि संपत्ति का मूल्य बहुत ज्यादा बढ़ चुका है और इसमें गिरावट आ सकती है।
- 30 से नीचे: जब RSI 30 से नीचे होता है, तो इसे ओवर्सोल्ड माना जाता है, जो संकेत देता है कि संपत्ति का मूल्य बहुत कम हो गया है और इसमें उछाल आ सकता है।
डायवर्जेंस (Divergence):
- बुलिश डायवर्जेंस: जब कीमत गिर रही हो, लेकिन RSI बढ़ रहा हो, तो यह एक संकेत हो सकता है कि कीमत बढ़ने वाली है।
- बियरिश डायवर्जेंस: जब कीमत बढ़ रही हो, लेकिन RSI गिर रहा हो, तो यह संकेत हो सकता है कि कीमत गिरने वाली है।
सपोर्ट और रेसिस्टेंस लेवल्स के साथ संयोजन:
- RSI का उपयोग अन्य तकनीकी संकेतकों (जैसे मूविंग एवरेज, ट्रेंड लाइन्स) के साथ मिलाकर बेहतर निर्णय लेने के लिए किया जा सकता है।
RSI ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी:
- 70 से ऊपर बेचें: जब RSI 70 के ऊपर हो और गिरावट शुरू हो, तो बेचने का संकेत हो सकता है।
- 30 से नीचे खरीदें: जब RSI 30 के नीचे हो और बढ़ना शुरू हो, तो खरीदने का संकेत हो सकता है।
RSI का फॉर्मूला:
जहां
सीमाएं:
- यह सिर्फ ऐतिहासिक डेटा पर आधारित होता है और बाजार के अनिश्चित या तेजी से बदलने वाले हालात में सही संकेत नहीं दे सकता।
- इसे अन्य संकेतकों और बाजार की स्थिति के साथ मिलाकर उपयोग करना चाहिए।
यदि आप किसी चार्टिंग प्लेटफॉर्म (जैसे TradingView) का उपयोग कर रहे हैं, तो आप RSI को अपने चार्ट में जोड़ सकते हैं और इसे आसानी से पढ़ सकते हैं।
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts mail me
सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें [Atom]
<< मुख्यपृष्ठ