ऑप्शन ट्रेडिंग के प्रमुख टर्म्स और उनकी व्याख्या
ऑप्शन ट्रेडिंग के प्रमुख टर्म्स और उनकी व्याख्या निम्नलिखित हैं:
1. **कॉल ऑप्शन (Call Option)**: यह एक ऑप्शन है जो धारक को एक निश्चित तारीख तक एक निश्चित मूल्य पर एक एसेट (जैसे स्टॉक) खरीदने का अधिकार देता है, लेकिन उसे यह करने की बाध्यता नहीं होती। इसे तब खरीदा जाता है जब निवेशक को लगता है कि एसेट का मूल्य बढ़ेगा।
2. **पुट ऑप्शन (Put Option)**: यह एक ऑप्शन है जो धारक को एक निश्चित तारीख तक एक निश्चित मूल्य पर एसेट बेचने का अधिकार देता है, लेकिन उसे यह करने की बाध्यता नहीं होती। इसे तब खरीदा जाता है जब निवेशक को लगता है कि एसेट का मूल्य गिरेगा।
3. **स्टाइक प्राइस (Strike Price)**: यह वह निर्धारित मूल्य होता है जिस पर ऑप्शन धारक कॉल या पुट ऑप्शन का उपयोग कर सकता है। यानी यह वह मूल्य है जिस पर एसेट को खरीदा या बेचा जा सकता है।
4. **एक्सपायरी डेट (Expiry Date)**: यह वह तारीख होती है जब ऑप्शन की वैधता समाप्त हो जाती है। उस तारीख तक निवेशक को तय करना होता है कि ऑप्शन का उपयोग करना है या नहीं।
5. **प्रीमियम (Premium)**: यह वह राशि होती है जो ऑप्शन खरीदार ऑप्शन बेचने वाले को ऑप्शन खरीदने के लिए देता है। यह एक तरह की एडवांस फीस होती है जो ऑप्शन में निवेश करने के लिए चुकाई जाती है।
6. **इन-द-मनी (In the Money)**: जब किसी कॉल ऑप्शन का स्टाइक प्राइस एसेट के मौजूदा मार्केट प्राइस से कम होता है, या पुट ऑप्शन का स्टाइक प्राइस मार्केट प्राइस से ज्यादा होता है, तब इसे इन-द-मनी कहा जाता है। इसका मतलब ऑप्शन लाभकारी स्थिति में है।
7. **आउट-ऑफ-द-मनी (Out of the Money)**: जब किसी कॉल ऑप्शन का स्टाइक प्राइस एसेट के मौजूदा मार्केट प्राइस से ज्यादा होता है, या पुट ऑप्शन का स्टाइक प्राइस मार्केट प्राइस से कम होता है, तब इसे आउट-ऑफ-द-मनी कहा जाता है। इसका मतलब ऑप्शन लाभकारी स्थिति में नहीं है।
8. **एट-द-मनी (At the Money)**: जब ऑप्शन का स्टाइक प्राइस एसेट के मौजूदा मार्केट प्राइस के बराबर होता है, तो इसे एट-द-मनी कहा जाता है।
9. **वोलैटिलिटी (Volatility)**: यह माप होता है कि किसी एसेट की कीमत कितनी तेजी से और कितनी मात्रा में बदल सकती है। ऑप्शन की कीमत वोलैटिलिटी पर भी निर्भर करती है। ज्यादा वोलैटिलिटी वाले एसेट के ऑप्शन महंगे होते हैं।
10. **ऑप्शन चेन (Option Chain)**: यह एक टेबल होती है जिसमें किसी विशेष स्टॉक या एसेट के लिए उपलब्ध सभी कॉल और पुट ऑप्शन्स की जानकारी होती है। इसमें विभिन्न स्ट्राइक प्राइस और एक्सपायरी डेट्स शामिल होते हैं।
ये प्रमुख टर्म्स ऑप्शन ट्रेडिंग में उपयोग होते हैं और ऑप्शन की बुनियादी समझ प्रदान करते हैं।
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