शेयर बाजार के प्रमुख घटनाएँ और घोटाले
शेयर बाजार में समय-समय पर कई प्रमुख घटनाएँ और घोटाले हुए हैं, जिन्होंने न केवल बाजार बल्कि निवेशकों और आम जनता पर भी गहरा प्रभाव डाला है। यहाँ कुछ प्रमुख घटनाएँ और घोटाले दिए जा रहे हैं:
### 1. **हरशद मेहता घोटाला (1992)**
यह भारत का सबसे बड़ा शेयर बाजार घोटाला माना जाता है। हरशद मेहता, जो एक स्टॉकब्रोकर थे, ने बैंकिंग प्रणाली में खामियों का फायदा उठाकर शेयर बाजार में धोखाधड़ी की। उन्होंने बैंकों से नकली ब्रोकर्स रसीदों के जरिए पैसा लिया और उसे शेयर बाजार में निवेश कर कई शेयरों की कीमतें बढ़ाई। जब घोटाला सामने आया, तो बाजार में भारी गिरावट आई और निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ। कुल घोटाला करीब 4,000 करोड़ रुपये का था।
### 2. **सत्यम घोटाला (2009)**
सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज़ लिमिटेड के संस्थापक और चेयरमैन रामलिंगम राजू ने कंपनी की बैलेंस शीट में हेराफेरी की। राजू ने कंपनी के वित्तीय आँकड़ों को गलत तरीके से दिखाया, जिससे निवेशकों को धोखा दिया गया। यह घोटाला करीब 7,000 करोड़ रुपये का था और इसे 'भारत का एनरॉन घोटाला' कहा जाता है। इससे भारत की आईटी सेक्टर की छवि पर बुरा प्रभाव पड़ा।
### 3. **किंगफिशर और विजय माल्या का कर्ज घोटाला (2012-2016)**
विजय माल्या, जो किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक थे, ने कई बैंकों से बड़े कर्ज लिए और उन्हें चुकाने में विफल रहे। इस घोटाले से शेयर बाजार और बैंकिंग सेक्टर में बड़े सवाल उठे। बैंकों के एनपीए (गैर-निष्पादित संपत्तियां) में वृद्धि हुई और इस घोटाले के बाद माल्या भारत से भाग गए, जिससे बड़े निवेशकों और सरकार की साख पर सवाल खड़ा हुआ।
### 4. **एनरॉन घोटाला (2001, वैश्विक)**
एनरॉन कॉर्पोरेशन एक प्रमुख अमेरिकी ऊर्जा कंपनी थी जिसने फर्जी अकाउंटिंग और वित्तीय आंकड़ों को छिपाकर अपने शेयर की कीमतों को कृत्रिम रूप से ऊंचा बनाए रखा। जब यह धोखाधड़ी उजागर हुई, तो कंपनी दिवालिया हो गई और हजारों निवेशकों का पैसा डूब गया। इस घोटाले ने वैश्विक शेयर बाजारों को हिला कर रख दिया।
### 5. **सुब्रत रॉय सहारा घोटाला (2010-2014)**
सहारा ग्रुप के प्रमुख सुब्रत रॉय पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) की अनुमति के बिना बॉन्ड बेचकर लाखों निवेशकों से पैसे एकत्र किए। यह घोटाला करीब 24,000 करोड़ रुपये का था और इसमें लाखों छोटे निवेशक शामिल थे। सेबी और सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद सहारा को निवेशकों का पैसा लौटाने का आदेश दिया गया।
### 6. **निक लीसन और बैरिंग्स बैंक घोटाला (1995)**
निक लीसन, जो बैरिंग्स बैंक का एक व्यापारी था, ने बैंक की तरफ से बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी और हेरफेर किए, जिसके कारण बैंक दिवालिया हो गया। लीसन ने फ्यूचर ट्रेडिंग में नुकसान छिपाने की कोशिश की, जिसके परिणामस्वरूप बैंक को भारी घाटा हुआ।
### 7. **पनडोरा पेपर्स (2021)**
पनडोरा पेपर्स के खुलासे में कई वैश्विक नेताओं, व्यापारियों और निवेशकों द्वारा टैक्स हैवन देशों में अवैध तरीके से निवेश और संपत्ति छुपाने के मामले सामने आए। इसमें भारत समेत कई देशों की महत्वपूर्ण हस्तियों के नाम भी सामने आए, जिससे उनके शेयरों पर प्रभाव पड़ा और आम जनता में असंतोष बढ़ा।
### 8. **आईएल एंड एफएस संकट (2018)**
इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज़ लिमिटेड (IL&FS) में हुए वित्तीय संकट ने भारत के वित्तीय बाजारों को हिला कर रख दिया। IL&FS के पास भारी मात्रा में कर्ज था जिसे वह चुकाने में विफल हो गया। इससे बैंकिंग और वित्तीय बाजारों में अस्थिरता आई, और सरकार को हस्तक्षेप करना पड़ा।
### 9. **साइप्रस बैंकिंग संकट (2013, वैश्विक)**
यूरोपीय यूनियन और साइप्रस सरकार के बीच बैंकिंग और वित्तीय संकट के कारण साइप्रस के बैंकों ने सभी बैंक खातों को अस्थायी रूप से फ्रीज़ कर दिया था। इससे शेयर बाजार में अस्थिरता आई और साइप्रस के नागरिकों और निवेशकों को भारी नुकसान हुआ।
ये घटनाएँ और घोटाले न केवल शेयर बाजार को प्रभावित करते हैं बल्कि निवेशकों के विश्वास और बाजार की स्थिरता पर भी गहरा असर डालते हैं।
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