बुधवार, 24 जुलाई 2024

Evening star candlestick patterns | How to trade with evening star ?

 EVENING STAR CANDLESTICK PATTERNS 
हेलो नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे आर्टिकल में आज हम बात करने वाले हैं इवनिंग स्टार कैंडल स्टिक के बारे में यह क्या होती है कैसे बनती है किस प्रकार वर्क करती है इसके लिए जरूरी चीज क्या है ध्यान देने योग्य बातें johe humre liye jaruri hai

Yeah kasey काम करता है यह जानते हैं


 शुरू ब्रेक करने की कोशिश करने के लिए प्राइस को ऊपर की तरफ पुश करते हुए एक स्ट्रांग ग्रीन bullish कैंडल को रेजिस्टेंस एरिया के पास क्लोज करते हैं अगले कैंडल की ओपनिंग इस कैंडल के क्लोजिंग के ऊपर होती है और प्राइस फिर से अपना ट्रेंड कंटिन्यू करने लगती है लेकिन मार्केट में जो बायर्स लोअर लेवल्स पर बाय करके बैठे हैं उन्हें प्राइस के इस bullish मूव के कारण ऑलरेडी कुछ ना कुछ प्रॉफिट हो चुका है और वह अपने प्रॉफिट को गवाना नहीं चाहते इसलिए प्राइस जैसे ही रेजिस्टेंस लेवल के पास आती है यह सभी बायर्स अपनी पोजीशन से धीरे-धीरे एग्जिट करना स्टार्ट करते हैं जिससे प्राइस रेजिस्टेंस एरिया के ज्यादा ऊपर नहीं जाती है साथ ही इसी एरिया के पास सेलर्स मार्केट में रेजिस्टेंस को देखकर हायर लेवल से अपनी सेलिंग पोजीशन बनाते हैं जिससे चार्ट पर एक इन  कैंडल बनती है जब भी तीन कैंडल्स को मिलाकर बनता है जिसमें एक स्ट्रांग पुलिस कैंडल दूसरी इन डिसीजन कैंडल और तीसरी कैंडल बेरिश होती है 
short trend चल रहा होता है और प्राइस अपने नेरेस्ट रेजिस्टेंस लेवल के पास होती है तो दोनों अपनी एंट्री को लेकर कन्फ्यूजन में होते हैं और कोई भी स्ट्रांग डिसीजन लेने में डरते हैं या फिर दोनों की स्ट्रेंथ एक जैसी होती है तो चार्ट पर इस तरह की इन डिसीजन कैंडल बनती है जब भी आप चार्ट पर इस तरह की कैंडल को देखें तो यह बात आपकी समझ में आनी चाहिए इस डिसीजन कैंडल को देखकर न्यू बायर्स इस लेवल के पास फ्रेश एंट्री नहीं करते और जो कुछ बायर्स प्रॉफिट बुकिंग करते हैं जिसे हम लोंग अनवीडिंग कहते हैं जिससे प्राइस धीरे-धीरे नीचे की तरफ जाने लगती है जिससे seller यहां एक्टिवली सेलिंग करते हैं और चार्ट पर एक बार इस कैंडल बन जाती है अगर इस रेड कैंडल की क्लोजिंग प्रीवियस स्क्रीन कैंडल के 50% एरिया से थोड़ा नीचे या फिर ग्रीन कैंडल के ओपनिंग के नीचे होती है तो यह मार्केट में सेलर्स की बढ़ती ताकत का संकेत होता है रेड कैंडल जितनी बड़ी होगी मार्केट में सेलर्स की ताकत उतनी ही ज्यादा होती है रिमेंबर थिस प्रोटोटाइप जब कभी भी आप किसी कैंडलेस्टिक पेटर्न को देखते हैं तो सिर्फ यह कैंडल red है और यह कैंडल ग्रीन है ट्रेड का क्या मन सेट या फिर साइकोलॉजी है इसे देखना चाहिए क्योंकि किसी भी कैंडल का कलर बार और सेलर के मूड उनके इमोशंस और मार्केट में अभी उनका इंटरेस्ट किस तरफ है इसे दर्शाता है इसलिए चार्ट को देखते समय इस बात को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए अब इस पैटर्न के पीछे की साइकोलॉजी को समझते हैं यहां लोअर लेवल पर जिन्होंने बाइंग की है उन्हें प्राइस के इस यूपीएसआइड मूव के कारण अच्छा प्रॉफिट हो चुका है इसलिए जैसे ही प्राइस इस रेजिस्टेंस लेवल के पास पहुंचती है इनमें से कुछ बायर्स अपना प्रॉफिट बुक करते हैं तो कुछ बायर्स मार्केट यहां से और ऊपर जाएगा इस आशा में अपनी पोजीशन को होल्ड करके बैठे हैं लेकिन पेश करते हुए नीचे आने की कोशिश करती है तो जो बायर्स ऑलरेडी प्रॉफिट में है वह डर जाते हैं और अपनी पोजीशन को एग्जिट करना चालू करते हैं जिससे रेजिस्टेंस लेवल के पास सेलिंग प्रेशर बढ़ जाता है साथ ही बायर्स को एग्जिट होता हुआ देखकर सेलर शॉर्ट पोजीशन में एंट्री करने लगते हैं इस कारण प्राइस और नीचे आती है और प्रीवियस अब ट्रेंड अब एक डाउनट्रेन में कन्वर्ट होने की संभावना बढ़ती है इसी तरह मार्केट में बायर्स और सेलर्स एक दूसरे की इमोशंस का फायदा उठाते हैं 5 मिनट टाइम फ्रेम का चार्ट है यहां मार्केट ओपनिंग के बाद मार्केट हायर लॉस का फार्मेशन बनाते हुए एक स्ट्रांग अप ट्रेड कंटिन्यू करती है या लोअर लेवल्स पर जो बायर्स है उन्हें मार्केट के सब साइड मूव के कारण अच्छा प्रॉफिट हुआ है जिससे इनमें से कुछ बायर्स दिन के समाप्त होते समय अपना प्रॉफिट बुक करते हैं जिससे चार्ट पर आपको इस लेवल से लोंग अनवीडिंग होते हुए नजर आएगी लेकिन कुछ ऐसे भी बायर्स है जो अपनी पोजीशन को दूसरे दिन के लिए होल्ड करके बैठे हैं अपना प्रॉफिट बुकिंग करना चालू कर देते हैं जिससे मार्केट में करेक्शन आता है लेकिन मार्केट जैसे ही अपने प्रीवियस डी हाई के आसपास आता है तो बार सब्सटेंड कंटिन्यू होगा इस आशा में फिर से बैंक करते हैं और प्रिंस को ऊपर की तरफ पुश करते हैं यहां बायर्स दो बार प्राइस को ऊपर ले जाने की कोशिश करते हैं मगर दोनों बार फेल हो जाते हैं लेकिन तीसरी बार जब प्राइस इस लेवल के पास आती है तो सेलर्स एक बार फिर से मार्केट में सीलिंग स्टार्ट करते हैं जिससे यहां इस पॉइंट पर एक छोटा सा रेजिस्टेंस लेवल चार्ट पर बनता है और एक इन डिसीजन कैंडल के साथ इवनिंग स्टार पेटर्न फॉर्म होता है इसका मतलब यहां सेलर्स प्राइस को ऊपर ले जाने में इंटरेस्टेड नहीं है जिस कारण सेलिंग प्रेशर बढ़ता है और प्राइस नीचे गिर जाती है यहां मार्केट के नीचे जाने में स्टॉप लॉस हंटिंग यह भी एक कारण है तो चलिए थोड़ा सा इसके बारे में जानते हैं यहां दिनभर मार्केट एक अप ट्रेड में ट्रेड करता है जिससे बहुत से बायर्स अगले दिन भी यही ट्रेंड कंटिन्यू होगा इस आशा में अलग-अलग लेवल्स किए गए हैं साथ ही इस लेवल पर जो वायर मार्केट में एंट्री करते हैं उनके स्टॉप लॉस पिछले डी हाई के पास लगे हैं क्योंकि उनके मुताबिक यह लेवल मार्केट में एक सपोर्ट की तरह उनके लिए काम करने वाला है और जब तक मार्केट इस लेवल के ऊपर है तब तक वह अपनी पोजीशन को होल्ड करने में डरने वाले नहीं है यहां मॉर्निंग में मार्केट के ओपनिंग के बाद सिर्फ प्रॉफिट बुकिंग की गई है इसलिए बहुत कम सेलर्स यहां ऐड हुए हैं इस कारण ऊपर की तरफ नीचे के मुकाबले बहुत कम स्टॉप लॉस प्लेस किए गए हैं स्मार्ट मनी कॉन्सेप्ट के अनुसार जो भी बिग इंस्टीट्यूशन ट्रेड होते हैं उन्हें अपने बड़े ऑर्डर्स मार्केट में एग्जीक्यूट करने के लिए लिक्विडिटी की जरूरत होती है और रिटेल ट्रेडर्स के स्टॉप लॉस उनके लिए लिक्विडिटी का काम करते हैं अगर आप ध्यान से देखेंगे तो यहां सबसे ज्यादा स्टॉप लॉस लोअर लेवल्स पर है इसका मतलब सबसे ज्यादा लिक्विडिटी इसी एरिया में है और इसी लिक्विडिटी को ग्राफ करने के लिए बड़े ट्रेड द्वारा सेलिंग प्रेशर बढ़ाया जाता है

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